उत्तर प्रदेश में किसानों का आंदोलन फिर से गरमाया! इस बार टिकैत और राहुल की ताकतवर रणनीतियां बिल्कुल फेल हो गईं, और वो भी मथुरा के टप्पल में फंसकर! क्या हुआ जब अलीगढ़ से निकलने वाली किसान रैली अचानक रुक गई? जानिए क्यों टिकैत और राहुल की पूरी योजना धरी की धरी रह गई, और कैसे ‘सुरक्षाचक्र’ ने किसान आंदोलन को पंगु बना दिया। उत्तर प्रदेश में बढ़ती इस उथल-पुथल के पीछे की असल सच्चाई क्या है? पढ़ें पूरी खबर और जानें कैसे किसान नेता टिकैत के लिए यह सब एक बड़ा झटका साबित हो सकता है!
राहुल गांधी की मांग को पुलिस ने क्यों ठुकराया?
राहुल गांधी ने अपनी बड़ी मांग रखी, लेकिन पुलिस ने उसे पूरी तरह से नकार दिया! क्या था इसके पीछे का राज? जब राहुल गांधी को अपनी योजना में आगे बढ़ने की इजाजत नहीं मिली, तो वह दिल्ली लौटने पर मजबूर हो गए। क्या ये उनकी रणनीति के लिए एक बड़ा झटका था? जानें, क्यों पुलिस ने राहुल गांधी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया और उनका पूरा मिशन असफल हो गया!
किसानों का दिल्ली मार्च रोकने में पुलिस का बड़ा हाथ! जानिए क्या हुआ जब रुक गए रास्ते!
सोमवार को किसानों ने दिल्ली में विशाल मार्च आयोजित किया था, लेकिन क्या पुलिस ने उन्हें वहां पहुंचने से रोक दिया? नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा और अवरोधों के कारण किसानों का आंदोलन रुक गया! क्या यह मार्च अपना लक्ष्य हासिल कर पाया? जानिए कैसे पुलिस ने किसानों के रास्ते में रोड़े अटकाए और क्यों इस मार्च को नहीं हो सका सफल।
किसान ग्रेटर नोएडा पहुंचने की कोशिश में पुलिस से टकराए
सहारनपुर, मुरादाबाद, मेरठ, आगरा और अलीगढ़ जैसे जिलों से किसान ग्रेटर नोएडा पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। टिकैत और राहुल गांधी के प्रयासों के बावजूद, पुलिस की कड़ी सुरक्षा के कारण उन्हें आंदोलन में बढ़ने की इजाजत नहीं मिली। टिकैत मथुरा में फंसे रहे, जबकि राहुल गांधी को दिल्ली लौटने पर मजबूर होना पड़ा।
हापुड़-छिजरसी टोल प्लाजा पर किसानों ने लगाया जाम
हापुड़ में भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष दिनेश खेड़ा सहित किसान नेता नोएडा की महापंचायत में शामिल होने के लिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस द्वारा रोके जाने पर उन्होंने हापुड़-छिजरसी टोल प्लाजा पर जाम लगा दिया। किसान प्रदर्शनकारियों ने रास्ता जाम कर दिया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। यह घटना उस समय हुई जब पुलिस ने किसानों को उनके आंदोलन स्थल तक पहुंचने से रोका।
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नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम रवि कुमार सहानी है। मैं पिछले 2 साल से आर्टिकल राइटिंग और ब्लॉगिंग कर रहा हूँ। इसके साथ ही, मैं एक प्रोफेशनल कंटेंट क्रिएटर भी हूँ। मुझे ऑटोमोबाइल्स और मोबाइल फोन्स में गहरी रुचि है, और इसी वजह से मैं इन विषयों पर आर्टिकल लिखना सबसे ज्यादा पसंद करता हूँ। नई-नई जानकारियाँ साझा करना और ट्रेंड्स के साथ अपडेट रहना मुझे प्रेरित करता है। आप सभी का इस सफर में साथ देने के लिए धन्यवाद!
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