अगर आपने हाल ही में क्रेडिट कार्ड लिया है, तो ऑनलाइन ट्रांजैक्शन्स में कोई समस्या न हो, इसके लिए कुछ जरूरी सेटिंग्स को तुरंत अपडेट करना बहुत जरूरी है। बहुत से लोग ये सेटिंग्स सेट करने में लापरवाही बरतते हैं, जिसके कारण उन्हें ऑनलाइन शॉपिंग या ट्रांजैक्शन्स के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ता है। उदाहरण के लिए, अगर आपने अपनी कार्ड की सुरक्षा सेटिंग्स, ट्रांजैक्शन लिमिट्स या OTP सेटिंग्स ठीक से अपडेट नहीं की हैं, तो आपको अचानक ट्रांजैक्शन फेल होने जैसी समस्याएं आ सकती हैं। जानिए, वो कौन सी खास सेटिंग्स हैं जिन्हें तुरंत लागू करना चाहिए, ताकि आपके क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बिना किसी रुकावट के हो सके और आपका पैसा सुरक्षित रहे।
क्या कहा था भारतीय रिजर्व बैंक ने?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन ट्रांजैक्शन्स में सुरक्षा के लिए कुछ महत्वपूर्ण सेटिंग्स लागू करने की सलाह दी है। इनमें ट्रांजैक्शन अलर्ट्स सक्रिय करना, OTP प्रमाणीकरण का उपयोग, कार्ड की लिमिट निर्धारित करना और कार्ड लॉक/अनलॉक विकल्प का सही तरीके से इस्तेमाल करना शामिल है। इन उपायों से आपकी ऑनलाइन शॉपिंग और लेन-देन सुरक्षित रहेंगे।
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन खुद करना होगा एक्टिव
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बताया है कि अब क्रेडिट कार्ड के उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन ट्रांजैक्शन्स को एक्टिव करना होगा। इसका मतलब है कि आपको अपने क्रेडिट कार्ड पर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए अनुमति सेट करनी होगी, ताकि आप ऑनलाइन शॉपिंग या अन्य लेन-देन कर सकें। यह सुरक्षा उपाय है, जिससे अनाधिकृत ट्रांजैक्शन्स को रोका जा सके और आपकी कार्ड जानकारी सुरक्षित रहे।
कैसे कार्ड डिसएबल होने से होगा आपको फायदा?
अगर आपका क्रेडिट कार्ड डिसएबल हो जाता है, तो यह आपकी सुरक्षा के लिए फायदेमंद हो सकता है। कार्ड डिसएबल होने से धोखाधड़ी और अप्रत्याशित खर्चों से बचाव होता है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति बिना आपकी अनुमति के कार्ड का उपयोग नहीं कर पाएगा। यह विशेष रूप से तब महत्वपूर्ण होता है जब कार्ड खो जाए या चोरी हो, क्योंकि कार्ड को फिर से एक्टिवेट करने के लिए आपको ही प्रक्रिया पूरी करनी होती है, जिससे आपकी जानकारी सुरक्षित रहती है।