How To Indian Origin Crorepati:सिंगापुर में रहने वाले भारतीय मूल के बालसुब्रमण्यम चिदंबरम रातों-रात करोड़पति बन गए। यह कहानी जितनी दिलचस्प है, उतनी ही प्रेरणादायक भी। बालसुब्रमण्यम ने अपनी पत्नी के लिए एक सोने की चेन खरीदने के बाद मुस्तफा ज्वेलरी शॉप के लकी ड्रा में हिस्सा लिया और उनकी किस्मत ने ऐसा पलटा खाया कि उन्होंने सीधे1 मिलियन अमेरिकी डॉलरका पहला पुरस्कार जीत लिया।
यह खबर अब इंटरनेट पर खूब चर्चा बटोर रही है। यह कहानी एक सामान्य खरीदारी से शुरू होकर करोड़पति बनने तक के सफर को दिखाती है। आइए विस्तार से जानते हैं, कैसे बालसुब्रमण्यम की सोई किस्मत एक सोने की चेन से जग गई।
सोने की चेन ने बदली जिंदगी
बालसुब्रमण्यम चिदंबरम, जो एक प्रोजेक्ट इंजीनियर हैं और पिछले 21 सालों से सिंगापुर में काम कर रहे हैं, ने 24 नवंबर को अपनी पत्नी के लिए मुस्तफा ज्वेलरी शॉप से 6,000 सिंगापुर डॉलर की सोने की चेन खरीदी। यह चेन उनकी पत्नी के लिए एक खास तोहफा थी।
इस खरीदारी के साथ उन्हें मुस्तफा ज्वेलरी द्वारा आयोजित वार्षिक लकी ड्रा में हिस्सा लेने का अवसर मिला। बालसुब्रमण्यम को इस ड्रॉ में भाग लेने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन किस्मत ने उनका साथ दिया। उन्होंने पहला इनाम जीत लिया, जो सीधे1 मिलियन अमेरिकी डॉलरका था।
कैसे हुआ लकी ड्रा का आयोजन?
यह लकी ड्रा सिंगापुर के प्रसिद्धमुस्तफा ज्वेलरी स्टोरकी वार्षिक स्कीम का हिस्सा था। इसमें वे ग्राहक शामिल हो सकते थे, जिन्होंने 250 सिंगापुर डॉलर या उससे अधिक की खरीदारी की हो। यह आयोजन टेसेनसोहन मेंसिविल सर्विस क्लबमें किया गया।
इसमें कुल 250 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। बालसुब्रमण्यम ने अपनी पत्नी के लिए महंगी चेन खरीदने के साथ इस प्रतियोगिता में भाग लिया। किस्मत ने उनका साथ दिया, और वह पहले इनाम के विजेता बन गए।
पिता का आशीर्वाद बना करोड़पति बनने की वजह
बालसुब्रमण्यम ने इस जीत को अपने पिता की पुण्यतिथि का आशीर्वाद बताया। उन्होंने कहा,“24 नवंबर मेरे लिए खास दिन था। मैं अपनी पत्नी के लिए सोने की चेन खरीद रहा था, लेकिन मुझे नहीं पता था कि यह दिन मेरी जिंदगी को पूरी तरह बदल देगा। यह सब मेरे पिता के आशीर्वाद और भगवान की कृपा से हुआ।”
करोड़पति बनने के बाद की प्रतिक्रिया
बालसुब्रमण्यम की यह कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है। लोग उनकी किस्मत की तारीफ कर रहे हैं। उन्होंने इस पैसे को समझदारी से उपयोग करने और भविष्य के लिए सुरक्षित रखने की योजना बनाई है।
उनकी कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है, जो मेहनत और ईमानदारी से अपनी किस्मत को बदलने का सपना देखते हैं। बालसुब्रमण्यम कहते हैं,“मेरी पत्नी की खुशी के लिए मैंने यह तोहफा खरीदा था, लेकिन यह तोहफा मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा तोहफा बन गया।”
क्यों है यह कहानी खास?
यह कहानी हमें सिखाती है कि कभी-कभी छोटी-सी चीजें आपकी जिंदगी में बड़े बदलाव का कारण बन जाती हैं। बालसुब्रमण्यम की कहानी न केवल उनकी किस्मत की बात करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि प्यार और विश्वास से किए गए कार्यों का फल हमेशा मीठा होता है।
तो, क्या आप भी अपनी किस्मत को आजमाने के लिए तैयार हैं? हो सकता है, अगला लकी ड्रा आपके लिए हो!